Thursday, July 30, 2009

मस्ती मनोरंजन - शायरी

"हँसती थी हँसाती थी
दिल को बहुत भाती थी
देख-देख शरमाती थी
फिर अंदर से मुस्कुराती थी
आज पता चला कि
वो तो एक पागल थी!!!"
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"तुमसे मिलकर हो गया जिंदगी से प्यार,
अब हमें छोड़कर मत जाना मेरे यार,
बिन तेरे हम जी ना पाएँगे
तुम ना होंगे तो हम उल्लू किसे बनाएँगे!"
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"ऐ दोस्त मत कर हसीनाओं से मोहब्बत
वह आँखों और बातों से वार करती हैं
मैंने तेरी वाली की आँखों में देखा है
वो मुझसे भी प्यार करती है!"
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"मोहब्‍बत के अंजाम से डर रहे हैं
निगाहों में अपनी लहू भर रहे हैं
मेरी प्रेमिका ले उड़ा और कोई
इक हम हैं कि बस शायरी कर रहे हैं!"

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