अर्ज़ किया है ..............
खिड़कियाँ सिर्फ़, न कमरों के दरमियां रखना
अपने ज़ेहनों में भी, थोड़ी सी खिड़कियाँ रखना !!
पुराने वक़्तों की मीठी कहानियों के लिए
कुछ, बुजुर्गों की भी, घर पे निशानियाँ रखना !!
ज़ियादा ख़ुशियाँ भी मगरूर बना सकती हैं
साथ ख़ुशियों के ज़रा सी उदासियाँ रखना !!
बहुत मिठाई में कीड़ों का डर भी रहता है
फ़ासला थोड़ा सा रिश्तों के दरमियां रखना !!
अजीब शौक़ है जो क़त्ल से भी बदतर है
तुम किताबों में दबाकर न तितलियाँ रखना !!
Thursday, November 26, 2009
काला आदमी
एक काला आदमी
बहुत ही काला
काला स्याह
सुपर काला
जैड ब्लैक
डबल अफ्रीकन
एल्डर सन ऑफ अमावस्य
औंधे तवे का ताऊ
पहाडी कौए का पडदादा
कोयल संप्रदाय का दादू
बंगाल का काला जादू
तारकोल जिसके पैरों में भक्ति भाव से पसरता हो,
कोयला जिसका रूप रंग पाने के लिये, सदियों तक जमीन के नीचे बैठ कर तपस्या करता हो
जिसदिन उस कालानुभाव के दर्शन हुए, जमीन थमी रह गयी
अब इससे ज्यादा क्या कहुँ,
इतना कहने के बाद भी, मेरे पास शब्दों की कमी रह गयी
शादी होते ही माँ-बाप को धक्के देकर बाहर निकाल देने वाली औलाद सा कपूत,
कुल मिला कर इतना काला जितनी किसी भ्रष्ट नेता की करतूत
एक दुकान पर गया
ना शर्म ना हया
बोला - फेयर एण्ड लवली है
दुकानदार ने कहा नहीं
तो कहने लगा -
फेयर-फेयर नैस जैसी कोई और क्रीम सही
दुकानदार बोला वो भी नहीं
तो बोला - कोई और
तो जब इस बार भी गर्दन दुकानदार ने इंकार में हिलाई
तो कहने लगा - Cherry Blossom ही दे दे
कम से कम चमक तो बनी रहेगी भाई
बहुत ही काला
काला स्याह
सुपर काला
जैड ब्लैक
डबल अफ्रीकन
एल्डर सन ऑफ अमावस्य
औंधे तवे का ताऊ
पहाडी कौए का पडदादा
कोयल संप्रदाय का दादू
बंगाल का काला जादू
तारकोल जिसके पैरों में भक्ति भाव से पसरता हो,
कोयला जिसका रूप रंग पाने के लिये, सदियों तक जमीन के नीचे बैठ कर तपस्या करता हो
जिसदिन उस कालानुभाव के दर्शन हुए, जमीन थमी रह गयी
अब इससे ज्यादा क्या कहुँ,
इतना कहने के बाद भी, मेरे पास शब्दों की कमी रह गयी
शादी होते ही माँ-बाप को धक्के देकर बाहर निकाल देने वाली औलाद सा कपूत,
कुल मिला कर इतना काला जितनी किसी भ्रष्ट नेता की करतूत
एक दुकान पर गया
ना शर्म ना हया
बोला - फेयर एण्ड लवली है
दुकानदार ने कहा नहीं
तो कहने लगा -
फेयर-फेयर नैस जैसी कोई और क्रीम सही
दुकानदार बोला वो भी नहीं
तो बोला - कोई और
तो जब इस बार भी गर्दन दुकानदार ने इंकार में हिलाई
तो कहने लगा - Cherry Blossom ही दे दे
कम से कम चमक तो बनी रहेगी भाई
दोस्त
किसी ने पूछा दोस्त क्या है ?
मैने काँटो पैर चल कर बता दिया
कितना प्यार करोगे दोस्त को?
मैने पूरा आसमान दिखा दिया
कैसे रखोगे दोस्त को?
मैने हल्के से फूलों को सेहला दिया
किसी की नज़र लग गयी तो ?
मैने पल्को में उस को चुपा लिया
जान से भी प्यारा दोस्त किसे केहते हो ?
मैने आपका नाम बता दिया .........
मैने काँटो पैर चल कर बता दिया
कितना प्यार करोगे दोस्त को?
मैने पूरा आसमान दिखा दिया
कैसे रखोगे दोस्त को?
मैने हल्के से फूलों को सेहला दिया
किसी की नज़र लग गयी तो ?
मैने पल्को में उस को चुपा लिया
जान से भी प्यारा दोस्त किसे केहते हो ?
मैने आपका नाम बता दिया .........
Wednesday, November 18, 2009
संता और संता का बाप
संता का बाप UK से आया उसने संता से पूछा:- तेरी माँ कहाँ है,
संता: वोह तो मर गई |
संता का बाप: तो साले तुने मुझे बताया क्यूँ नहीं|
संता: मैंने सोचा क्यूँ न आपको surprise दे दू| :)
संता: वोह तो मर गई |
संता का बाप: तो साले तुने मुझे बताया क्यूँ नहीं|
संता: मैंने सोचा क्यूँ न आपको surprise दे दू| :)
Tuesday, November 17, 2009
कल उड़ जाएगी
बच्चे ने मां से पूछा : मां परियों के तो पंख होते हैं?
मां : हां बेटा, पर तुम क्यों पूछ रहे हो?
बेटा : क्योंकि पापा ने आज नौकरानी से कहा कि तुम परी हो, लेकिन मैं सोच रहा हूं कि वह परी है, तो उड़ती क्यों नहीं।
मां : तुम चिंता मत करो कल उड़ जाएगी।
मां : हां बेटा, पर तुम क्यों पूछ रहे हो?
बेटा : क्योंकि पापा ने आज नौकरानी से कहा कि तुम परी हो, लेकिन मैं सोच रहा हूं कि वह परी है, तो उड़ती क्यों नहीं।
मां : तुम चिंता मत करो कल उड़ जाएगी।
आधुनिक गब्बर-कालिया संवाद..
गब्बर : कितने आदमी थे...?
कालिया : सरदार, दो...
गब्बर : मुझे गिनती नहीं आती, बेवकूफ... दो कितने होते हैं...
कालिया : सरदार, एक के बाद दो आता है...
गब्बर : और दो से पहले क्या आता है...?
कालिया : सरदार, दो से पहले एक आता है...
गब्बर : तो फिर दोनों के बीच में क्या आता है...?
कालिया : सरदार, दोनों के बीच में कुछ नहीं आता...
गब्बर : जब दोनों के बीच में कुछ नहीं है, तो दोनों एक साथ क्यों नहीं आते...?
कालिया : सरदार, एक के बाद ही दो आ सकता है, क्योंकि दो, एक से बड़ा होता है...
गब्बर : ओह, दो बड़ा होता है... अच्छा, दो, एक से कितना बड़ा होता है...?
कालिया : सरदार, दो, एक से एक बड़ा होता है...
गब्बर : अगर दो, एक से एक बड़ा होता है, तो एक, एक से कितना बड़ा होता है...?
कालिया : सरदार, मैंने आपका नमक खाया है, आज गोली भी मार दो...
कालिया : सरदार, दो...
गब्बर : मुझे गिनती नहीं आती, बेवकूफ... दो कितने होते हैं...
कालिया : सरदार, एक के बाद दो आता है...
गब्बर : और दो से पहले क्या आता है...?
कालिया : सरदार, दो से पहले एक आता है...
गब्बर : तो फिर दोनों के बीच में क्या आता है...?
कालिया : सरदार, दोनों के बीच में कुछ नहीं आता...
गब्बर : जब दोनों के बीच में कुछ नहीं है, तो दोनों एक साथ क्यों नहीं आते...?
कालिया : सरदार, एक के बाद ही दो आ सकता है, क्योंकि दो, एक से बड़ा होता है...
गब्बर : ओह, दो बड़ा होता है... अच्छा, दो, एक से कितना बड़ा होता है...?
कालिया : सरदार, दो, एक से एक बड़ा होता है...
गब्बर : अगर दो, एक से एक बड़ा होता है, तो एक, एक से कितना बड़ा होता है...?
कालिया : सरदार, मैंने आपका नमक खाया है, आज गोली भी मार दो...
दारू छुड़ा दीजिए
शराबी : हे भगवान! क्या आप मेरी दारू छुड़वा सकते हो?
भगवान : हां-हां, क्यों नहीं!
शराबी : तो थाने में पुलिस ने मेरी पांच बोतलें जब्त कर रखी हैं, आप उन्हें छुडा दीजिए!
भगवान : हां-हां, क्यों नहीं!
शराबी : तो थाने में पुलिस ने मेरी पांच बोतलें जब्त कर रखी हैं, आप उन्हें छुडा दीजिए!
दवा और दारू...
सवाल पूछा गया : दवा और दारू में क्या फर्क है...?
जवाब आया : वही, जो प्रेमिका और पत्नी में है... प्रेमिका दवा की तरह एक्सपायरी डेट के साथ आती है, और पत्नी दारू की तरह जितनी पुरानी होती जाती है, उतना ही सिर चढ़कर बोलती है...
जवाब आया : वही, जो प्रेमिका और पत्नी में है... प्रेमिका दवा की तरह एक्सपायरी डेट के साथ आती है, और पत्नी दारू की तरह जितनी पुरानी होती जाती है, उतना ही सिर चढ़कर बोलती है...
ब्लड ग्रुप..
डॉक्टर (रोगी से) - आपका और आपकी पत्नी का ब्लड ग्रुप एक ही है...?
रोगी - होगा, ज़रूर होगा, पिछले 25 साल से मेरा खून जो पी रही है।
रोगी - होगा, ज़रूर होगा, पिछले 25 साल से मेरा खून जो पी रही है।
सास की मदद.
भागती-भागती नौकरानी घर में घुसी, और मालकिन से कहा - मेमसाहब, जल्दी आइए, पड़ोस की तीन औरतों का आपकी सास से झगड़ा हो गया है, और वे माताजी को बुरी तरह पीट रही हैं...
मालकिन दौड़कर घर की बाल्कनी में आई, और घटना का जायज़ा लेने लगी...
नौकरानी : मेमसाहब, क्या हुआ, आप मदद करने नहीं जाएंगी...?
मालकिन : नहीं, तीन ही काफी हैं...
मालकिन दौड़कर घर की बाल्कनी में आई, और घटना का जायज़ा लेने लगी...
नौकरानी : मेमसाहब, क्या हुआ, आप मदद करने नहीं जाएंगी...?
मालकिन : नहीं, तीन ही काफी हैं...
प्रभु की लीला!
वाह प्रभु! क्या लीला तेरीः चूहे बिल्ली से डरते हैं, बिल्ली कुत्ते से डरती है, कुत्ता आदमी से डरता है, आदमी बीवी से डरता है, बीवी चूहे से डरती है!
बेशर्म लड़के!
रिया : पता नहीं लड़के अकेले में कैसी-कैसी बातें किया करते हैं?
नेहा : इसी तरह की जैसी बातें हम किया करते हैं?
रिया : सच?
नेहा : तो और क्या?
रिया : हाय राम। ये लड़के कितने बेशर्म होते हैं।
नेहा : इसी तरह की जैसी बातें हम किया करते हैं?
रिया : सच?
नेहा : तो और क्या?
रिया : हाय राम। ये लड़के कितने बेशर्म होते हैं।
टॉयलेट पेपर!
दुकान का मालिक संता से : ग्राहक को कभी खाली नहीं जाने देना! अगर दुकान में वो चीज़ नहीं है तो दूसरी चीज़ का ऑफर करो!
ग्राहक : टॉयलेट पेपर देना!
संता : टॉयलेट पेपर तो नहीं है आप ऐसा करो रेगमार ले जाओ!
ग्राहक : टॉयलेट पेपर देना!
संता : टॉयलेट पेपर तो नहीं है आप ऐसा करो रेगमार ले जाओ!
मर गया चालक...
ग्राहक दुकानदार से : मेरी घड़ी खराब हो गई है।
दुकानदार घड़ी को खोलता है ओर उसमें से मरा मच्छर निकलता है।
ग्राहक : अब पता चला कि ये चलती कैसे? बेचारा इसका तो चालक ही मर गया।
दुकानदार घड़ी को खोलता है ओर उसमें से मरा मच्छर निकलता है।
ग्राहक : अब पता चला कि ये चलती कैसे? बेचारा इसका तो चालक ही मर गया।
चुनौती
परीक्षा में प्रश्न पूछा गया, चुनौती कैसे दी जाती है?
छात्र ने पूरी उत्तर पुस्तिका खाली छोड़ दी, और अंतिम पृष्ठ पर लिखा, दम है तो पास करके दिखाओ...
छात्र ने पूरी उत्तर पुस्तिका खाली छोड़ दी, और अंतिम पृष्ठ पर लिखा, दम है तो पास करके दिखाओ...
जिन्न
जिन्न : हुक्म मेरे आका।
आदमी : घर से दुबई तक सड़क बनवा दो।
जिन्न : मुश्किल है, कोई और काम?
आदमी : बीवी को समझदार और आज्ञाकारी बना दो।
जिन्न : सड़क सिंगल बनाना है कि डबल...
आदमी : घर से दुबई तक सड़क बनवा दो।
जिन्न : मुश्किल है, कोई और काम?
आदमी : बीवी को समझदार और आज्ञाकारी बना दो।
जिन्न : सड़क सिंगल बनाना है कि डबल...
एक्सीडेंट
सड़क पर एक्सीडेंट हो गया।
भीड़ जमा हो गई। संता को देखने का मौका नहीं मिल रहा था।
संता : जोर-जोर से चिल्लाते हुए बोला हाय मेरे बापू, तुम्हें क्या हो गया...
भीड़ एक दम से हट गई और संता को आगे जाने दिया।
आगे जाकर संता ने देखा, तो एक गदहा मरा हुआ था...
भीड़ जमा हो गई। संता को देखने का मौका नहीं मिल रहा था।
संता : जोर-जोर से चिल्लाते हुए बोला हाय मेरे बापू, तुम्हें क्या हो गया...
भीड़ एक दम से हट गई और संता को आगे जाने दिया।
आगे जाकर संता ने देखा, तो एक गदहा मरा हुआ था...
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